कटहल के फायदे
सब्जी या फल : लाजवाब कटहल
कटहल बड़ी रहस्यमयी सब्जी है। इसके सब्जी और फल होने पर भी कई मतभेद हैं। कहीं इसका सेवन बड़ा गुणकारी माना जाता है वहीं कुछ लोग इसे देखना तक पसंद नहीं करते।कटहल एक उष्णकटिबंधीय फल है, जो मुख्य रूप से दक्षिण-पश्चिम भारत से संबंध रखता है। इस फल का वैज्ञानिक नाम आर्टोकार्पस हेटेरोफिल्लस है। एक बहुत बड़ा और काफी स्वादिष्ट फल है, जो कई सारे गुणों का खजाना है। इसे खाने से वेट लॉस के साथ ही शुगर और ब्लड प्रेशर में भी राहत मिलती है। कटहल की मसालेदार सब्जी किसी के भी मुंह में पानी ला सकती है। ये दुनिया के सबसे बड़े फलों में से एक है। कटहल का इस्तेमाल न केवल सब्जी बनाने में बल्कि अचार, पकौड़े और कोफ्ता बनाने में भी किया जाता है। पका कटहल भी काफी पसंद किया जाता है। कहीं इसे तंत्र-मंत्र के लिए उपयोग में लिया जाता है तो कहीं इसका स्पर्श भी अशुभ मानते हैं।लेकिन इसके गुणकारी लाभ जानकर आप इसे आजमाएं बिना नहीं रह सकते। जानकर हैरानी होगी कि कटहल वजन घटाने से लेकर कैंसर जैसी घातक बीमारियों से बचाव कर सकता है। आइए जानते हैं कटहल खाने के फायदे और इस खास फल के औषधीय गुण आपके शरीर के लिए किस प्रकार लाभदायक हो सकते हैं।
इसमें विटामिन ए, विटामिन सी, थायमीन, पोटैशियम, कैल्शियम, आयरन और जिंक प्रचुर मात्रा में होता है.
इन सबके अलावा इसमें भरपूर फाइबर होता है. अच्छी बात ये है कि इसमें कैलोरी नहीं होती है. ऐसे में ये हार्ट से जुड़ी कई बीमारियों में भी फायेमंद है.आइए जानें इसके लाजवाब गुण..
१. इसमें बिल्कुल भी कैलोरी नहीं होती है। पके हुए कटहल के पल्प को अच्छी तरह से मैश करके पानी में उबाला जाए और इस मिश्रण को ठंडा कर एक गिलास पीने से ताजगी आती है, यह दिल के रोगियों के लिये उपयोगी माना जाता है।
२. कटहल में पाया जाने वाला पोटैशियम हार्ट से जुड़ी बीमारियों से सुरक्षित रखता है। उच्च रक्तचाप के मरीजोंं के लिए बहुत ही फायदेमंद है।
३. हड्डियों की मजबूती के लिए कटहल के गुण बेहद अहम हैं। कटहल में कैल्शियम पाया जाता है, जो हड्डियों की मजबूती और विकास के लिए जरूर तत्व है। शरीर कैल्शियम नहीं बनाता है, इसलिए इसकी पूर्ति कैल्शियम युक्त खाद्य पदार्थों द्वारा की जाती है। स्वस्थ हड्डियों के लिए आप कटहल को अपने आहार में शामिल कर सकते हैं।
४. कटहल की पत्तियों की राख अल्सर के इलाज के लिए बहुत उपयोगी होती है। इसकी ताजा हरी पत्तियों को साफ धोकर सुखा लें और उसका चूर्ण तैयार कर लें। पेट के अल्सर में इस चूर्ण को खाने से काफी आराम मिलता है।
५. ये आयरन का एक अच्छा सोर्स है जिसकी वजह से एनीमिया से बचाव होता है. साथ ही इसके प्रयोग से ब्लड सर्कुलेशन भी नियंत्रित रहता है।
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६. इसमें विटामिन सी और ए पाया जाता है अत: रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में इसका कोई सानी नहीं है। यहां तक कि यह बैक्टेरियल और वाइरल इंफेक्शन से बचाता है।
७. कटहल अल्सर और पाचन संबंधी समस्या को दूर करता है। कब्ज की समस्या को दूर करने में भी इसका जवाब नहीं।
८. इसका स्वास्थ्य लाभ आंखों तथा त्वचा पर स्पष्ट देखने को मिलता है। इस फल में विटामिन ए पाया जाता है जिससे आंखों की रोशनी बढ़ती है और त्वचा निखरती है।
९. मुंह में छाले होने पर कटहल की कच्ची पत्तियों को चबाकर थूक देना चाहिए। यह छालों को ठीक कर देता है।
१०. डायबिटीज में कटहल की पत्तियों के रस का सेवन काफी फायदेमंद रहता है। यह रस हाई ब्लडप्रेशर के रोगियों के लिए भी उत्तम है।
११. पके हुए कटहल के गूदे को अच्छी तरह से मैश करके पानी में उबाल लें। इस मिश्रण को ठंडा कर एक गिलास पीने से जबरदस्त स्फूर्ति आती है। यही मिश्रण यदि अपच के शिकार रोगी को दिया जाए तो उसे फायदा मिलता है।
१२. इसके छिलकों से निकलने वाला दूध यदि गांठनुमा सूजन, घाव और कटे-फटे अंगों पर लगाया जाए तो आराम मिलता है। इसके दूध से जोड़ों पर मालिश करने से जोड़ों के दर्द में आराम मिलता है।
१३. पके कटहल का सेवन करने से पेट साफ होता है। साथ ही, अपच की समस्या का निवारण हो जाता है।
१४. थायराइड के लिए भी कटहल उत्तम है। इसमें मौजूद सूक्ष्म खनिज और कॉपर थायराइड चयापचय के लिए प्रभावशाली होता है। यहां तक कि यह बैक्टेरियल और वाइरल इंफेक्शन से भी बचाता है।
१५. कटहल के पे़ड की ताजी कोमल पत्तियों को कूट कर छोटी-छोटी गोली बना लें। इससे गले के रोगों में फायदा होता है।
१६. कटहलकी जड़ अस्थमा के रोगियों के लिए लाभदायक मानी जाती है। इसे पानी के साथ उबाल कर बचा हुआ पानी छान कर पीने से अस्थमा को कंट्रोल किया जा सकता है।
१७. कटहल के बीज का चूरन बना कर उसमें थोड़ा शहद मिलाकर चेहरे पर लगाने से चेहरे के दाग-धब्बे मिट जाते हैं।
१८. जिन लोगों की चेहरा रुखा और बेजान होता है उन लोगों को कटहल का रस अपने चेहरे पर लगाना चाहिए। इसकी मसाज तब तक करे जब तक यह सूख न जाए फिर थोड़ी देर के बाद अपना चेहरा पानी के साथ धो लें।
१९. झुर्रियों से निजात पाने के लिए कटहल का पेस्ट बना कर और उसमें एक चम्मच दूध मिलाकर धीरे-धीरे चेहरे पर लगाना चाहिए। फिर गुलाब जल या ठंडे पानी से चेहरा साफ कर लें। नियमित रूप से ऐसा करने से चेहरे की झूर्रियों से छुटकारा मिल जाता है।
२०. इसमें पाए जाने वाले कई खनिज हार्मोन्स को भी नियंत्रित करते हैं।
२१. अस्थमा के इलाज में भी ये एक कारगर औषधि की तरह काम करता है। कच्चे कटहल को पानी में उबालकर छान लें. जब ये पानी ठंडा हो जाए तो इसे पी लें। नियमित रूप से ऐसा करने से अस्थमा की में फायदा होता है।
२२. विटामिन-सी के एंटीऑक्सीडेंट गुण और कोलेजन के गठन की क्षमता इसे त्वचा के लिए खास पोषक तत्व बनाती है। कुछ अध्ययनों के अनुसार, विटामिन-सी सूर्य की हानिकारक पैराबैंगनी किरणों से त्वचा को बचाने का काम करता है।
२३. इसके अलावा, कटहल में विटामिन-बी6 की भी अधिकता होती है। यह पोषक तत्व भी लाल रक्त कोशिकाओं के विकास को बढ़ावा देने का काम करता है।
कटहल के प्रयोग में कुछ नुकसान-
इसमें कोई दो राय नहीं कि कटहल एक गुणकारी फल है और कटहल खाने के फायदे अनेक है, लेकिन इसकी अत्यधिक मात्रा शरीर के लिए नुकसानदायक हो सकती है। नीचे जानिए कटहल के कुछ दुष्प्रभाव –
एलर्जी
डायरिया
मधुमेह की आशंका हो सकती है।
एलर्जी
डायरिया
मधुमेह की आशंका हो सकती है।
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