Mulethi ke fayde/मुलेठी के फायदे और नुकसान
Mulethi ke fayde/मुलेठी के फायदे और नुकसान
मुलेठी (Mulethi) एक गुणकारी जड़ी बूटी है। मुलेठी एक झाड़ीनुमा पेड़ होता है।मुलेठी एक लकड़ी की तरह दिखने वाला खाद्य पदार्थ है। असली मुलेठी अंदर से पीली, रेशेदार व हल्की गंध वाली होती है। इसकी ताजा जड़ मीठी होती है जो सूखने के बाद कुछ तिक्त और अम्ल के स्वाद की हो जाती है।यह एक लोकप्रिय मसाला है जो न केवल एक अच्छा स्वादिष्ट घटक के रूप में कार्य करता है बल्कि व्यापक चिकित्सा गुणों के कारण घरेलू उपचार में भी इस्तेमाल किया जाता है। मुलेठी स्वस्थ रखने के साथ-साथ कुछ शारीरिक समस्याओं से उबरने में भी मदद कर सकती है। मुलेठी कैल्शियम, ग्लिसराइजिक एसिड, एंटी-ऑक्सीडेंट, एंटीबायोटिक, प्रोटीन और वसा के गुणों से भरपूर होती है। ये वात, कफ, पित्त तीनों दोषों को शांत करके कई रोगों के उपचार में रामबाण का काम करती है। इसका प्रयोग नेत्र रोग, मुख रोग, कंठ रोग, उदर रोग, सांस विकार, हृदय रोग, घाव के उपचार के लिए सदियों से किया जा रहा है।यह विटामिन बी और विटामिन ई का अच्छा स्रोत है। यह स्वाद में चीनी से भी मीठी होती है, लेकिन सेहत के लिए इसकी मिठास भी गुणकारी होती है। इसकी चाय भी बहुत ही लोकप्रिय है। यह आसानी से बाजार में उपलब्ध है। इसे सूखी जड़, पाउडर या फिर कैप्सूल के रूप में इस्तेमाल कर सकते हैं। अपने दैनिक जीवन में जिन वस्तु का उपयोग करते है उनमें से बहुत से वस्तु मुलेठी की बनी होती है जैसे की दंत मंजन, साबुन, आदि ।मुलेठी का उपयोग हर्बल दवा के रूप में भी होता है। मुलेठी के प्रयोग से खून साफ़ होता है, बाल बढ़ते हैं और बुद्धि तेज होती है। इसके अलावा भी मुलेठी के फायदे mulethi ke fayde कई हैं जिनके बारे में हम आपको आगे बता रहे है-
मुलेठी (Mulethi) के फायदे -
१. यह पित्त के शरीर के प्रवाह को बढ़ाकर और उच्च रक्त कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करके कोलेस्ट्रॉल के स्तर को नियंत्रित करने में मदद करता है।
२. मुलेठी का सेवन प्रोस्टेट कैंसर से भी बचाए रखने का काम कर सकता है। इस स्थिति में आप मुलेठी को पानी के साथ चबाकर खा सकते हैं।(कैंसर में सिर्फ घरेलू उपचार नहीं डॉक्टरी उपचार भी आवश्यक है)
३. मुंह के छाले मुलेठी मूल के टुकड़े में शहद लगाकर चूसते रहने से लाभ होता है।
४. मुलेठी को चूसने से हिचकी दूर होती है।
५. पाचन सहायक के रूप में, एक कप गर्म पानी में मुलेठी पाउडर के 1 चम्मच को डाले। 10 मिनट के लिए ढककर रखें एक सप्ताह के लिए इस चाय को 2 या 3 बार पीना आपके पेट के पाचन के लिए लाभदायक होगा।
६. मुलेठी के काढे से आंखों को धोने से आंखों के रोग दूर होते हैं।
७. मुलेठी को पानी में पीसकर उसमें रूई का फाहा भिगोकर आंखों पर बांधने से आंखों के आसपास लालपन मिट जाता है।
८. मुलेठी(Mulethi) चूर्ण में बराबर मात्रा में सौंफ का चूर्ण मिलाकर एक चम्मच शाम को खाने से आंखों की जलन मिटती है तथा आंखों री रोशनी भी बढ़ती है।
९. मुलेठी के लाभ गठिया में होने वाले दर्द और सूजन दोनों को जड़ से मिटाने में मिलता है। मुलेठी की चाय के नियमित इस्तेमाल से गठिया के रोग से आसानी से छुटकारा पाया जा सकता है।
१०. मुलेठी पीलिया, हेपेटाइटिस और फैटी लीवर जैसी परेशानियों भी से छुटकारा दिलाती है। इसकी वजह यह है कि मुलेठी (Mulethi) विषैले पदार्थों को खत्म कर देती है। इसी वजह से यह हमें हेपेटाइटिस जैसी परेशानी से भी बचाती है।
११. मुलेठी का चूर्ण एक भाग, इसका चौथाई भाग कलिहारी का चूर्ण तथा थोड़ा सा सरसों का तेल मिलाकर नासिका में नसवार की तरह सूँघने से सिरदर्द में लाभ होता हैं।
१२. मुलेठी को मुंह में रखकर बार-बार चूसने से प्यास शांत हो जाती है और मुंह सूखने की समस्या कम हो जाती है।
१३. मुलेठी (Mulethi) में बहुत से औषधीय गुण पाए जाते हैं जो खांसी के लिए दवा का काम करते हैं जिससे खांसी को बहुत देर तक रोका जा सकता है लेकिन यह सूखी खांसी के लिए लाभदायक नहीं होती है। काली मिर्च का चूर्ण और मुलेठी का चूर्ण समान मात्रा में लेकर इन्हें अच्छी तरह मिला लें और इसका सेवन करें बहुत फायदा होगा।
१४. मुलेठी में अल्सर को हटाने वाले गुण होते है। यह हमारे आंत में आयी हुई सूजन को खत्म कर देती है।
१५. पेट दर्द, सूजन, ऐंठन, आंतों में कीड़े के रोग मुलेठी से सेवन से दूर हो जाएंगे। इसके लिए मुलेठी के चूर्ण को शहद के साथ दिन में दो से तीन बार लें।
१६. मुलेठी (Mulethi) को काली-मिर्च के साथ खाने से भी कफ पतला होता है।
१७. गले में संक्रमण हो, खराश महसूस हो रही हो या फिर सूजन की समस्या हो, मुलेठी का एक टुकड़ा लेकर उसे चूसें। इससे परेशानी दूर होगी।
१८. बार-बार यूरिन आने की समस्या को दूर करने के लिए मुलेठी का सेवन करें। 2-4 ग्राम मुलेठी चूर्ण को गर्म दूध के साथ पिएं।
१९. मुंहासों पर मुलेठी का लेप लगाने से जल्दी ठीक हो जाता है।
२०. मुलेठी (Mulethi) और तिल को पीसकर घी मिलाकर त्वचा के घाव पर लेप करने से घाव भर जाता है।
२१. महिलाओं के लिए मुलेठी का सेवन लाभकारी होता है। इससे मेनोपॉज के साथ जुड़ी समस्याओं से निपटने में मदद मिलती है। शरीर में हार्मोनल इम्बैलेंस को ठीक करने में इस जड़ी बूटी में मौजूद फाइटोएस्ट्रोजेनिक कम्पाउंड्स काफी फायदेमंद हैं। इससे डिप्रेशन, अनिद्रा और रात में आने वाले पसीने की समस्याओं से निजात मिलती है।
२२. उल्टी करते समय उसमें खून निकल रहा है तो मुलेठी का सेवन करें। मुलेठी और रक्त चन्दन चूर्ण दोनों की 1-2 ग्राम मात्रा को दूध में पीसकर, इसमें 50 मिली दूध मिलाएं। इसकी थोड़ी थोड़ी मात्रा पीने से उल्टी में खून आना बंद होने लगता है।
२३. मुलेठी के उपयोग (Mulethi) से आप बालों को झड़ने और सफ़ेद होने से रोक सकते हैं। इसके लिए 50ग्राम मुलेठी कल्क, 750 मिली आंवला स्वरस और 750 मिली तिल के तेल को मिलाकर पाक बना लें। नियमित रूप से इस तेल पाक की 1-2 बूँद नाक में डालने से असमय बाल सफ़ेद नहीं होते और बालों का झड़ना भी कम होता है।
२४. मुलेठी में कामोत्तेजक गुण पाए जाते हैं। जिन लोगों की सेक्स की इच्छा में कमी होती है उन्हें इसका सेवन करना चाहिए। इसके लिए 2-4 ग्राम मुलेठी चूर्ण में घी और शहद मिलाकर दूध के साथ पीने से कामोत्तेजना और सेक्स क्षमता में बढ़ोतरी होती है।
२५. मुलेठी के एक चम्मच महीन चूर्ण को घी में मिलाकर दिन में 3 बार सेवन करने से मिरगी में लाभ होता है। इसके अलावा 5 ग्राम मुलेठी को पेठे के रस में महीन पीसकर 3 दिन तक खाने से मिरगी में आराम मिलता है।
मुलेठी ( Mulethi) के नुकसान-
* जो लोग मूत्रवर्धक पर हैं या हाइपोथायरायडिज्म से पीड़ित हैं, वे इसका उपभोग ना करें।
* इसका उपयोग उच्च रक्तचाप, मोटापा, मधुमेह, एस्ट्रोजेन-संवेदनशील विकार, गुर्दा, हृदय या यकृत और मासिक धर्म संबंधी समस्याओं जैसी मेडिकल कंडीशन वाले लोगों द्वारा नहीं किया जाना चाहिए।
* सीमित मात्रा से ज्यादा मुलेठी खाने से शरीर में पोटेशियम की कमी, अधिक ब्लड प्रेशर व मसल्स कमजोर हो सकती हैं। किडनी व मधुमेह रोगी और गर्भवती महिलाएं डॉक्टरी सलाह से ही इसे लें।
* मुलेठी के अत्यधिक उपयोग के कारण मांसपेशियों की कमज़ोरी, क्रोनिक थकान, सिरदर्द, सूजन, एडिमा, छद्म डोल्दोनिस्म, सांस की तकलीफ, जोड़ों की कठोरता और पुरुषों में टेस्टोस्टेरोन का स्तर कम हो सकता है।
* लंबे समय तक के लिए इस्तेमाल होने पर, मुलेठी से असामान्य वजन बढ़ सकता है।
* इसके अलावा, इसके उपभोग से गंभीर समस्याएं हो सकती हैं जैसे फाइब्रोसिस्टिक स्तन, स्तन कैंसर या गर्भाशय कैंसर।
* मुलेठी साइड इफेक्ट दिखाती है यदि आप पहले से ही कुछ दवाओं का सेवन कर रहे हैं, तो इसे लेने से पहले डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए।
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