घरेलू नुस्खे आयुर्वेद,घरेलू नुस्खे दादी माँ,घरेलू नुस्खे से दूर करें,घरेलू नुस्खे चेहरे के लिए,घरेलू नुस्खे खांसी के लिए,घरेलू उपचार,घरेलू उपाय टोटके,घरेलू नुस्खे गैस के लिए
About Us
Get link
Facebook
X
Pinterest
Email
Other Apps
About Us
about tips of health & beaty
If you have any query regrading Site, Advertisement and any other issue, please feel free to contact at cutekomalg2424@gmail.com
गर्मियों के दौरान लू लगने और स्किन की समस्या सबसे आम होती हैं। हवा के गर्म थपेड़ों और बढ़े हुए तापमान से लू लगने का खतरा बढ़ जाता है। चिलचिलाती धूप, उमस और गर्म हवाएं जिनके हद में पड़ते ही हम बीमार महसूस करने लगते हैं। इस मौसम में गर्म हवा यानी लू सबसे अधिक मुसीबत खड़ी करती है। वैसे तो लू कोई बिमारी नहीं है लेकिन फिर भी लू के कारण शरीर कमजोर पड़ जाता है और बुखार आने लगता है। इंसान का शरीर 37 डिग्री तक तापमान सहन करने में सक्षम होता है. तापमान इससे ऊपर जाने पर शरीर में कई प्रकार की दिक्कत महसूस होने लगती है, शरीर से पानी खत्म होने लगता है खून गाढ़ा हो जाता है. इस मौसम में सबसे बुरी चीज है हीट स्ट्रोक या लू। दोपहर के समय गर्म हवा के थपेड़ों और चिलचिलाती धूप के कारण बाहर जाना काफी मुश्किल हो जाता है। इस कारण हम घर से निकलना भी बंद नहीं कर सकते, क्योंकि ऐसा करने पर हमारे तो सारे काम ही बंद हो जाएंगे। लू लगने से बचने के उपाय बहुत सरल हैं। अगर इन बातों का ध्यान रखा जाए तो लू से बचा जा सकता है। लू से बचने के उपाय में घरेलू चीजें शामिल हैं, जिन्हें आप आसान...
गुड़हल के फूल पत्तियों के फायदे और नुकसान( gudhal ke phool ka upyog) गुड़हल के फूल को अड़हुल का फूल भी बोलते हैं। अधिकांशतः गुड़हल के फूल का इस्तेमाल पूजा-पाठ आदि कामों के लिए किया जाता है, लेकिन क्या आप यह जानते हैं कि गुड़हल के फूल का सेवन भी किया जाता है, और रोगों के इलाज में भी गुड़हल के फूल के फायदे मिलते हैं। ( gudhal ke phool ka upyog) ऐसे कई गुडहल के फूल हैं जो कि अलग-अलग रंगों में पाये जाते हैं जैसे, लाल, सफेद , गुलाबी, पीला और बैगनी आदि।गुडहल एक आम सा फूल है जो कि देखने में सुंदर होता है। यह सुंदर सा गुडहल का फूल स्वास्थ्य के खजाने से भरा पड़ा है। आयुर्वेद में गुड़हल के पेड़ को एक संपूर्ण रूप में औषधि के तौर पर दर्ज किया गया है। इसकी जड़ से लेकर फूल तक, हर एक चीज किसी न किसी बीमारी के लिए रामबाण है। गुड़हल का वैज्ञानिक नाम हिबिस्कस सब्दरिफा है। इसको हिबिस्कस फ्लावर के नाम से भी जाना जाता है। भगवान की पूजा में इस्तेमाल होने वाला ये फूल बालों के अलावा त्वचा और ओ रोजाना से जुड़ी अनेक परेशानियों व रोगों में भी फायदेमंद होता है।दवाओं में गुड़हल का बहुत उपयोग होता है और इससे क...
Mulethi ke fayde/मुलेठी के फायदे और नुकसान मुलेठी (Mulethi) एक गुणकारी जड़ी बूटी है। मुलेठी एक झाड़ीनुमा पेड़ होता है।मुलेठी एक लकड़ी की तरह दिखने वाला खाद्य पदार्थ है। असली मुलेठी अंदर से पीली, रेशेदार व हल्की गंध वाली होती है। इसकी ताजा जड़ मीठी होती है जो सूखने के बाद कुछ तिक्त और अम्ल के स्वाद की हो जाती है।यह एक लोकप्रिय मसाला है जो न केवल एक अच्छा स्वादिष्ट घटक के रूप में कार्य करता है बल्कि व्यापक चिकित्सा गुणों के कारण घरेलू उपचार में भी इस्तेमाल किया जाता है। मुलेठी स्वस्थ रखने के साथ-साथ कुछ शारीरिक समस्याओं से उबरने में भी मदद कर सकती है। मुलेठी कैल्शियम, ग्लिसराइजिक एसिड, एंटी-ऑक्सीडेंट, एंटीबायोटिक, प्रोटीन और वसा के गुणों से भरपूर होती है। ये वात, कफ, पित्त तीनों दोषों को शांत करके कई रोगों के उपचार में रामबाण का काम करती है। इसका प्रयोग नेत्र रोग, मुख रोग, कंठ रोग, उदर रोग, सांस विकार, हृदय रोग, घाव के उपचार के लिए सदियों से किया जा रहा है।यह विटामिन बी और विटामिन ई का अच्छा स्रोत है। यह स्वाद में चीनी से भी मीठी होती है, लेकिन सेहत के लिए इसकी मिठास भी गुणकारी...
Comments
Post a Comment
If you have any any doubt, Please let me know