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Showing posts from July, 2020

दालचीनी के फायदे और नुकसान/Daalchini ke fayde aur nuksan

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दालचीनी के  फायदे और नुकसान/Daalchini ke fayde aur nuksan दालचीनी  मसालों का एक हिस्सा है। लेकिन यह मसाला न सिर्फ खाने का स्वाद बढ़ाता है बल्कि सेहत पर बेहद लाभदायक है।  आयुर्वेद में दालचीनी को एक बहुत ही फायदेमंद औषधि के रूप में बताया गया है। आयुर्वेद के अनुसार, दालचीनी के इस्तेमाल से कई रोगों का इलाज किया जा सकता है। (Daalchini ke fayde)  दालचीनी व्यक्ति को स्वस्थ रखने और बीमारियों से बचाए रखने में मदद कर सकती है। ध्यान रखें कि दालचीनी किसी बीमारी का इलाज नहीं है, यह रोग से बचाने और शरीर को स्वस्थ रखने में सहायता जरूर कर सकती है। यह हार्ट अटैक के खतरे को कम करने का काम करती है। दालचीनी एक खास तरह की लकड़ी होती है, जो औषधिय गुणों से भरी होती है।  दालचीनी का पौधा जितना छोटा है इसके गुण उतने ही बड़े हैं। दालचीनी की सूखी पत्तियां तथा छाल को मसालों के रूप में प्रयोग किया जाता है। इसकी छाल थोड़ी मोटी, चिकनी तथा हल्के भूरे रंग की होती है।दालचीनी पेड़ों की भीतरी छाल है। पेट  दर्द, मनशिक क्षमता, अपच, वजन बढ़ना एवं मधुमेह आदि में दालचीनी का उपयोग कर सकते है।  दालचीनी का प्रयोग औषधी के रू

Mulethi ke fayde/मुलेठी के फायदे और नुकसान

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Mulethi ke fayde/मुलेठी के फायदे और नुकसान मुलेठी (Mulethi) एक गुणकारी जड़ी बूटी है। मुलेठी एक झाड़ीनुमा पेड़ होता है।मुलेठी एक लकड़ी की तरह दिखने वाला खाद्य पदार्थ है।  असली मुलेठी अंदर से पीली, रेशेदार व हल्की गंध वाली होती है। इसकी ताजा जड़ मीठी होती है जो सूखने के बाद कुछ तिक्त और अम्ल के स्वाद की हो जाती है।यह एक लोकप्रिय मसाला है जो न केवल एक अच्छा स्वादिष्ट घटक के रूप में कार्य करता है बल्कि व्यापक चिकित्सा गुणों के कारण घरेलू उपचार में भी इस्तेमाल किया जाता है। मुलेठी स्वस्थ रखने के साथ-साथ कुछ शारीरिक समस्याओं से उबरने में भी मदद कर सकती है। मुलेठी कैल्शियम, ग्लिसराइजिक एसिड, एंटी-ऑक्सीडेंट, एंटीबायोटिक, प्रोटीन और वसा के गुणों से भरपूर होती है। ये वात, कफ, पित्त तीनों दोषों को शांत करके कई रोगों के उपचार में रामबाण का काम करती है। इसका प्रयोग नेत्र रोग, मुख रोग, कंठ रोग, उदर रोग, सांस विकार, हृदय रोग, घाव के उपचार के लिए सदियों से किया जा रहा है।यह विटामिन बी और विटामिन ई का अच्छा स्रोत है। यह स्वाद में चीनी से भी मीठी होती है, लेकिन सेहत के लिए इसकी मिठास भी गुणकारी होत

Giloy/गिलोय के औषधीय फायदे

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                                                                                 Giloy/गिलोय के औषधीय फायदे गिलोय को गुडूची, अमृता छिन्नरुहा, चक्रांगी, गुर्च, मधुपर्जी, जीवन्तिका आदि नामों से भी जाना जाता है। गिलोय एक प्रकार की बेल है जो आमतौर पर जगंलों-झाड़ियों में पाई जाती है।गिलोय की बेल जिस पेड़ पर चढ़ती है उसके गुणों को भी अपने अंदर समाहित कर लेती है, इसलिए नीम के पेड़ पर चढ़ी गिलोय की बेल को औषधि के लिहाज से सर्वोत्तम माना जाता है। इसे नीम गिलोय के नाम से जाना जाता है।  (giloy) हरसिंगार के औषधीय लाभ          गुड़हल के फूल पत्तियों के फायदे और नुकसान गिलोय की पत्तियां दिखने में पान के पत्तों की तरह होती हैं और इसका रंग गाढ़ा हरा होता है।इसमें एंटी-पायरेटिक, एंटी-इंफ्लेमेटरी, एंटी-ऑर्थरिटिक और एंटीऑक्सिडेंट गुण मौजूद होते हैं, जो कई तरह की स्वास्थ्य समस्याओं जैसे पाचन से संबंधित समस्याएं, इंफ्लेमेशन या सूजन, रक्त शोधन और दर्द आदि से छुटकारा दिलाता है।इसकी तासीर गर्म होती है। इसके फल मटर के बीज के समान दिखते हैं। इसका तना हरा, मांसल और गूदेदार होता है, जो देखने में किसी रस्स