karele ke fayde/करेले के फायदे


karele ke fayde/करेले के फायदे

हरी सब्जियों के बीच आकर्षित करने वाला करेला, स्वाद में भले ही कड़वा लगता हो, लेकिन इससे होने वाले फायदे जरूर मीठे हैं। यह न सिर्फ स्किन को चमकदार बनाता है बल्कि ब्लड शुगर भी कंट्रोल में रखता है। खाने में भले ही कड़वा लगे लेकिन यह कई रोगों के लिए दवा का काम करता है। करेले का जूस आपके शरीर में इन्सूलिन को सक्रिय करता है जिससे ब्लड में मौजूद शुगर फैट में नहीं बदल पाता और बॉडी उसका सही इस्तेमाल कर पाती है। करेला बेल पर लगने वाली सब्जी है। इसका रंग हरा होता है। इसकी सतह पर उभरे हुए दाने होते हैं। इसके अंदर बीज होते हैं। करेला पक जाये तो बीज लाल हो जाते हैं। जब तक पकता नहीं तब तक बीज सफेद रहते हैं। सब्जी और औषधि के रूप में इस्तेमाल करने के लिए कच्चा करेला ही ज्यादा फायदेमंद होता है। यह आम तौर पर मार्च के अंत में और अप्रैल के शुरू में उत्तर भारत के सब्जी मंडियों में दिखने लगता है। वैसे आजकल किसी भी फल या सब्जी के लिए तय कुदरती महीनों का कोई औचित्य नहीं रह गया क्योंकि अब यह पूरे साल मिलते हैं। फिर भी प्राकृतिक रूप से करेला जायद की फसल का हिस्सा है। करेला कई बीमारियों के लिए दवा के रूप में काम करता है। गर्मी में करेले खाने के बहुत फायदे मिलते हैं। करेले में मौजूद कई प्रकार के औषधीय तत्व हमार शरीर के लिए फायदेमंद होते हैं और हमे कई समस्याओं से निजात दिलाते हैं। करेले में भरपूर मात्रा में मिनरल्स, विटमिन्स, फाइबर और ऐंटीऑक्सिडेंट्स के गुण पाए जाते हैं।इसके अलावा करेले का सेवन करना हमें कई सारी पेट के रोगों, लीवर,अस्थमा आदि गंभीर और लाइलाज बीमारियों में राहत देने में मदद करता है। आज आपको करेला के फायदे के बारे में बता रहे हैं-(karele ke fayde)


करेले के फायदे :

१. अस्थमा की शि‍कायत होने पर करेला बेहद फायदेमंद होता है। दमा रोग में करेले की बगैर मसाले सब्जी खाने से लाभ मिलता है। 

२. करेले का जूस मोटापा कम करने में मदद करता है। यह इंसुलिन को ऐक्टिव करता है जिससे शरीर में बनने वाली शुगर फैट का रूप नहीं ले पाती। इससे चर्बी कम करने और फैट कंट्रोल करने में मदद मिलती है। इसके अलावा करेले में काफी कम कैलरी होती हैं जिससे कैलरी कंट्रोल में रहती है और वजन नहीं बढ़ता।
३. करेले की ताजी पत्तियों को पीस कर माथे पर लगाने से सिरदर्द से आराम मिलता है।

४. करेले का जूस आपके बालों के लिए भी बहुत अच्छा है। करेले के जूस में  करेले में भरपूर मात्रा में विटामिन ए, बी और सी भरपूर मात्रा में होते हैं। जो बालों के लिए बहुत फायदेमंद साबित हो सकते हैं।

५. गठिया या जोड़ों के दर्द में करेले की सब्जी खाने और दर्द वाली जगह पर करेले की पत्तों के रस से मालिश करने से आराम मिलता है। करेले तथा तिल के तेल को बराबर मात्रा में लेकर प्रयोग करने से वात रोगी को आराम मिलता है। इस तेल की मालिश करने से गठिया तथा वात के रोग से लाभ होता है।

६. करेले के तीन बीज और तीन काली मिर्च को घिसकर पानी मिलाकर पिलाने से उल्टी-दस्त बंद हो जाते हैं। अम्लपित्त के रोगी जिन्हें भोजन से पहले उल्टियां होने की शिकायत रहती है, करेले के पत्तों को सेंककर सेंधा नमक मिलाकर खाने से फायदा होता है। अथवा करेले के रस में थोड़ा पानी और काला नमक मिलाकर सेवन करने से तुरंत लाभ मिलता है।(karele ke fayde)

७. किडनी की समस्याओं में करेले का उबला पानी व करेले का रस दोनों ही बेहद लाभकारी होते हैं।यह किडनी को सक्रिय कर, हानिकारक तत्वों को शरीर से बाहर करने में मदद करता है।

८. करेला दिल की बीमारियों यानि हार्ट अटैक के खतरे को कम करने में सहायक होता है। करेले के रस का सेवन करने या कम मसाले वाली करेले की सब्जी के सेवन से ऑर्टरी वॉल्व पर इकठ्ठा होने वाले खराब कोलेस्ट्रोल और शरीर में ब्लड शुगर लेवल को कम करता है।  

९. करेले का सेवन डायबिटीज के साथ पेट के कीड़ों को जड़ से खत्म करने में भी मददगार साबित होता है। इसके लिए एक बड़ा चम्मच करेले के पत्तियों के रस को एक गिलास छाछ में मिलाकर नियमित रूप से सेवन करने से पेट के कीड़ों से राहत के साथ ही लीवर को मजबूत करने में काम करते हैं।

१०. पेट में गैस बनने और अपच होने पर करेले के रस का सेवन करना अच्छा होता है, जिससे लंबे समय के लिए यह बीमारी दूर हो जाती है। 

११. करेले की पत्त‍ियों या फल को पानी में उबालकर इसका सेवन करने से, रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, और किसी भी प्रकार का संक्रमण ठीक हो जाता है। 

१२. पैरालिसिस या  लकवा में भी करेला बहुत कारगर उपाय है। इसमें कच्चा करेला खाने से रोगी के लिए लाभदायक होता है। 

१३. खूनी बवासीर में करेला अत्यंत लाभदायक है। एक चम्मच करेले के रस में आधा चम्मच शक्कर लिाकर पीने से इसमें आराम होता है। 

१४.  पीलिया और लीवर के रोगों के लिए करेला रामबाण होता है। करेले के रस को रोजाना पीने से पीलिये में कुछ ही दिनों में राहत मिलती है।

१५. नींबू के रस के साथ करेले के रस को चेहरे पर लगाने से मुंहासे ठीक हो जाते हैं और त्वचा रोग नहीं होते। (karele ke fayde)

१६. करेले का जूस आंखों के लिए भी फायदेमंद माना गया है। इसमें बीटा-कैरोटिन होता है जो आंखों से संबंधित बीमारियों को दूर रखता है और रोशनी बढ़ाने में भी मदद करता है।

१७. करेले का जूस पीने से स्किन पर ग्लो आता है क्योंकि इसमें विटमिन ए, सी और ऐंटी-ऑक्सिडेंट्स होते हैं। साथ ही यह रिंकल्स भी दूर करता है।

१८. एक्जिमा और सोरायसिस की बीमारियों में करेले का जूस बेहद फायदेमंद है।

१९. घाव पर करेले के जड़ को पीस कर लगाने से घाव पक जाता है और मवाद भी निकल जाता है। इससे घाव जल्दी ठीक हो जाता है। अगर आपके पास करेले का जड़ नहीं है तो इसकी पत्तियों को पीस कर गर्म करके पट्टी बांध लें। इससे फोड़ा पक जाएगा और पस भी निकल जाएगी।

२०. कच्चे करेले को आग में भूनकर, फिर मसल कर रुई में लपेट कर घुटने में बांधने से घुटने के दर्द में आराम मिलता है।

२१. करेले की पत्तियों का रस निकालकर उसमें थोड़ मुलतानी मिट्टी मिलाकर पेस्ट बना लें और मुंह के छालों पर लगाएं। मुलतानी मिट्टी ना मिले तो करेले के रस में रूई को डुबोकर छाले वाली जगह पर लगाएं और लाह को बाहर आने दें। इससे मुंह के छाले ठीक हो जाएंगे।(karele ke fayde)

२२. करेले के रस को पीने से पथरी में आराम मिलता है।

२३. करेले के रस में पिसी काली मिर्च अच्छी तरह मिलाएं। यह लेप आंखों के बाहरी हिस्से पर लगाने से रतौंधी की बीमारी दूर होती है। इसमें विटामिन ए अधिक होने के कारण यह आंखों की रोशनी के लिए बहुत अच्छा होता है। जिन लोगों को रतौंधी की बीमारी होती है उन्हें इसका इस्तेमाल करना चाहिए। इसके पत्तों के रस का लेप थोड़ी सी काली मिर्च मिलाकर लगाना चाहिए। रतौंधियों में शाम होते ही अचानक दिखना बंद हो जाता है और जैसे ही सुबह सूरज निकलता है आंखें बिल्कुल सामान्य हो जाती है। रतौंधी में करेले का इस्तेमाल काफी फायदेमंद होता है। 

२४. एक बड़ा चम्मच करेले के पत्तियों के रस को एक गिलास छाछ में मिलाकर लेने से पेट के कीड़ों से छुटकारा मिल सकता है। यह लीवर को ताकत देता है तथा आँतों में कीड़ों से होने वाले विकारों से भी सुरक्षा देता है। पेट में कीड़े होने पर इसका रस रामबाण औषधि है। 

२५. खसरा होने पर दो चम्मच करेले के रस में एक चम्मच शहद और दो चुटकी हल्दी मिलाकर दिन में दो बार लेना फायदेमंद है।


सावधानी - 
करेले के जूस के इतने फायदे देख इसे जरूरत से ज्यादा पीने की कोशिश न करें नहीं तो डायरिया और किडनी संबंधी समस्या हो सकती है। इसके अलावा पेट में अपच हो सकती है।(karele ke fayde)

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