Kale jeere ke fayde/काले जीरे के फायदे
Kale jeere ke fayde/काले जीरे के फायदे
रसोई में इस्तेमाल होने वाले मसालों में काला जीरा भी प्रमुखता से शामिल है, जो घर में इस्तेमाल किए जाने वाले जीरा का ही एक रूप है। लेकिन यह स्वाद में थोड़ी कड़वाहट लिए होता है और सदियों से हर्बल औषधि के रूप में छोटी-मोटी बीमारियों के इलाज में इसका इस्तेमाल किया जाता रहा है।यह साधारण जीरे से थोड़ा अलग होता है। पाचन तंत्र की कोई भी परेशानी हो काले जीरे के इस्तेमाल से अवश्य राहत मिलती है। प्रेगनेंसी के बाद महिलाओं को इसका सेवन करना बेहद लाभकारी होता है। काले जीरे का उपयोग करने से डायबिटीज के मरीजों को बहुत फायदा होता है। काले जीरे का इस्तेमाल करने से कैंसर जैसी बीमारी का खतरा भी कम होता है। काला जीरा फैट को गला कर अपशिष्ट पदार्थों के माध्यम से शरीर से बाहर निकालने में मदद कर सकता है। इस तरह यह आपको चुस्त-दुरुस्त बनाने में सहायक साबित हो सकता है। (Kale jeere ke fayde)
इसे भी पढ़ें-झुर्रियों को दूर करने के घरेलू उपाय
१. अगर 3 महीने तक लगातार काले जीरे का सेवन किया जाए, तो शरीर में जमा अनावश्यक फैट घटाने में मदद मिलती है। काला जीरा फैट को गला कर अपशिष्ट पदार्थों (मल-मूत्र) के माध्यम से शरीर से बाहर कर देता है।(Kale jeere ke fayde)
२. इसमें मौजूद मूत्रवर्धक प्रभाव की वजह से भी इसका नियमित सेवन वजन कम करने में सहायक साबित होता है।
३. अपने एंटीमाइक्रोबियल गुणों के कारण काला जीरा पेट संबंधी कई समस्याओं में लाभकारी है। पाचन संबंधी गड़बड़ी, गैस्ट्रिक, पेट फूलना, पेट-दर्द, दस्त, पेट में कीड़े होना आदि समस्याओं में यह काफी राहत देता है। देर से पचने वाला खाना खाने के बाद थोड़ा-सा काला जीरा खाने से तत्काल लाभ होता है। यह कब्ज दूर कर पाचन क्रिया को सुचारू बनाता है।(Kale jeere ke fayde)
४. काला जीरा शरीर में मौजूद इम्यून सेल्स को हेल्दी बनाने में फायदेमंद हो सकता है। काला जीरा हमारे शरीर में इम्यूनिटी बढ़ाने में बोन मैरो, नेचुरल इंटरफेरॉन और रोग-प्रतिरोधक सेल्स की मदद कर सकता है। यह कमजोरी और थकान दूर करने में फायदेमंद हो सकता है।
५. काला जीरा उच्च आयरन कंटेंट होने की वजह से दूध उत्पादन प्रदान करके स्तनपान कराने वाली महिलाओं के लिए उपयोगी है।
६. ये गर्भावस्था के समय गर्भाशय की सूजन को कम करके महिला प्रजनन प्रणाली को आसान कर देता है।
७. सर्दी-जुकाम, कफ से बंद नाक के लिए काला जीरा इन्हेलर का काम भी करता है। ऐसी स्थिति में थोड़ा सा भुना जीरा रूमाल में बांध कर सूंघने से आराम मिलता है। अस्थमा, काली खांसी, ब्रोंकाइटिस, एलर्जी से होने वाली सांस की बीमारियों में भी यह फायदेमंद है। (Kale jeere ke fayde)
८. यह शरीर से बलगम निकालने में मदद करता है।
९. काले जीरे का तेल सिर और माथे पर लगाने से माइग्रेन जैसे दर्द में लाभ होता है। गर्म पानी में काले जीरे के तेल की कुछ बूंदें डाल कर कुल्ला करने से दांत दर्द में काफी राहत मिलती है।
१०. काला जीरा स्तन कैंसर, मुंह के कैंसर, ल्यूकेमिया और मस्तिष्क ट्यूमर जैसी बीमारियों की रोकथाम में उपयोगी साबित होता है।
११. एंटी बैक्टीरियल गुणों के कारण काला जीरा संक्रमण को फैलने से रोकता है। काले जीरे के पाउडर का लेप घाव, फोड़े-फुंसियां आदि पर लगाने से वे आसानी से भर जाते हैं।
१२. काला जीरा डायबिटीज के उपचार में काफी प्रभावी औषधि है। भोजन में जीरे को रोज़ाना उपयोग करने से खून में शुगर के स्तर को कम करने से डायबिटीज को नियंत्रित करने में मदद मिलती है। (Kale jeere ke fayde)
काले जीरे के प्रयोग में ध्यान रखने योग्य सावधानी-
१. जिन्हें ज्यादा गर्मी लगती है या जो हाई ब्लडप्रेशर के मरीज है, गर्भवती महिलाएं, छोटे बच्चों के मामले में डॉक्टर से सलाह लेकर ही इसका सेवन करें।(Kale jeere ke fayde)
२. आप काले जीरे के चूर्ण का सेवन कर रहे हैं, तो जरूरी है कि इसे हल्के गर्म पानी के साथ रात में सोने से पहले लें। यानी भोजन के दो घंटे बाद ही इसका सेवन करें और इसके बाद कोई खाद्य पदार्थ न खाएं।
३. तासीर में गर्म होने के कारण काले जीरे का इस्तेमाल एक दिन में तीन ग्राम से ज्यादा बिल्कुल नहीं करना चाहिए।
४. बच्चे को तो एक ग्राम से ज्यादा काले जीरे का सेवन नहीं करना चाहिए।
Comments
Post a Comment
If you have any any doubt, Please let me know